जिला कोषालय अधिकारी सहित 15 पॉजिटिव, 2113 पर पहुंचा आंकड़ा
जिले में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर बढ़ने लगा है। न तो लोग मास्क लगा रहे हैं और न ही आपस में सोशल डिस्टेंसिंग रख रहे है। कोविड का संक्रमण रोकने के लिए कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला को सड़क पर उतरना पड़ा। सख्ती करने के लिए कलेक्टर और एसपी शाम के समय शहर के बाजार में निकले। इस दौरान उन्होंने बिना मास्क के बैठे सात व्यापारियों की दुकानों में एक दिन के लिए ताले डलवा दिए, जिसमें महामाया चौक पर एक कपड़े की दुकान, जिला अस्पताल के पास दो मेडिकल दुकानें और भोपाल रोड पर एक दुकान शामिल है। इतना ही नहीं एसपी मोनिका शुक्ला ने स्वयं सड़क पर खड़े रहकर टीआई और पुलिस बल के माध्यम से उन लोगों को रुकवाया, जो बिना मास्क लगाए वाहन चलाकर जा रहे थे। ऐसे करीब 30 वाहन चालकों को रोककर उनके चालान बनवा दिए।
1. कुछ समय धूप में बैठें इम्युनिटी भी बढ़ाएं
प्रयास करें कि रोजाना कुछ समय धूप में गुजारें। बच्चों व बुजुर्गों को भी धूप में बैठाएं। इससे इम्युनिटी भी बढ़ेगी। सर्दी के कारण अक्सर लोग घरों के खिड़की दरवाजे बंद ही रखते हैं। दिन के समय खिड़कियों को खोलकर रखें। इससे वेंटिलेशन बना रहेगा।
2. मास्क लगाएं और लोगों से दूरी बनाकर रखें
सबसे सरल उपाय यह है कि मास्क लगाकर और बातचीत के दौरान दो गज की दूरी रखें। वैसे सर्दियाें में सर्दी-खांसी और जुकाम के मरीज बढ़ते हैं। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। मास्क लगाएंगे तो वायरस से बचेंगे। लगातार तबीयत खराब रहने पर इलाज के बावजूद सुधार नहीं हो रहा है तो जांच करवाएं।
कलेक्टर ने पहले डांटा, फिर कई लोगों को दिए मास्क
महामाया चौक पर कार्रवाई करवाने के लिए पहुंचे कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि कोरोना कलेक्टर-एसपी को भी नहीं छोड़ता, फिर आप लोग क्यों अपनी जान को मुसीबत में डाल रहे है। यदि आप मास्क लगाकर रखोगे तो कोरोना से बचे रह सकते है। इस दौरान कलेक्टर ने उन लोगों को मास्क भी दिए, जिन्हें पुलिसकर्मियों ने बिना मास्क पहनने के मामले में रोक कर उनके चालान बनाए थे।
जिला कोषालय अधिकारी सहित 3 कर्मचारी संक्रमित
जिला कोषालय कार्यालय के चार कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए हैं, जिसमें जिला कोषालय अधिकारी भी शामिल है। शनिवार को जिले में 15 लोग पॉजिटिव आए है, जिनके साथ ही जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 2113 पर पहुंच गया है, इनमें से अब तक 40 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है, जबकि 1928 लोग ठीक होकर अपने घर भी पहुंचे।