केंद्र बढ़ने से आएगी तेजी, अभी भी निजी अस्पतालों के स्टाफ को नहीं लगेगी वैक्सीन
3 सेंटर बढ़े बाड़ी, बेगमगंज, सिलवानी, उदयपुरा और सांची में बनाए गए
कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण सोमवार से अब नए प्लान के साथ शुरू हो रहा है। पहले चरण में दो सेंटर पर फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई गई थी, अब इनकी संख्या बढ़ाकर जिले में पांच केंद्रों पर कर दी गई है। बाड़ी, बेगमगंज, सिलवानी, उदयपुरा और सांची में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर सप्ताह में चार दिन सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार को वैक्सीन लगाई जाएगी।
इन सेंटरों पर रोजाना 100-100 कर्मचारी अर्थात 500 फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है। इस तरह चार दिन में 2000 फ्रंट लाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाना है। कर्मचारियों को टीका लगवाने के लिए फ्रंट लाइन कर्मचारियों को एसएमएस भेज दिए गए हैं। इसके अलावा उन्हें फोन लगाकर भी वैक्सीन लगवाने के लिए बुलाया जाएगा। इस तरह एक कर्मचारी को दो बार सूचना दी जाएगी। इसके बाद भी वे वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आते है तो फिर उन्हें तीसरा मौका नहीं दिया जाएगा। जिले में अब पहले की तुलना में कोरोना के एक्टीव केस 24 हैं वहीं 24 दिनों में 100 पाजिटिव केस मिले हैं।
पहले चरण में 61.87 प्रतिशत कर्मचारियों को लगी वैक्सीन
पहले चरण में 800 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जानी थी, लेकिन वैक्सीन लगवाने के लिए रायसेन और बेगमगंज के सेंटर पर सिर्फ 495 फ्रंट लाइन कर्मचारी ही वैक्सीन लगवाने पहुंचे, जबकि 305 कर्मचारियों ने वैक्सीन लगवाने में रुचि नहीं दिखाई। पहले चरण में 61.87 प्रतिशत फ्रंट लाइन कर्मचारियों ने वैक्सीन लगवा ली है, जो कर्मचारी किसी कारण से वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आए है, उनको वैक्सीन कब लगेगी, अभी यह तय नहीं हो पाया है।
पहले चरण में 26 डोज खराब, इस बार भी कोई गाइड लाइन नहीं
^वैक्सीन की एक वायल से 10 लोगों को वैक्सीन का टीका लगता है। वायल खुलने के बाद निर्धारित पूरे लोग टीका लगवाने के लिए नहीं आते है, जो शेष बचे डोज खराब हो जाते है। पहले चरण में चार दिनों में 26 डोज वैक्सीन नहीं लगने के कारण खराब हो गए थे। लेकिन अब तक दूसरे चरण के लिए कोई गाइड लाइन नहीं आई है। - डॉ. सोमनदास, जिला टीकाकरण अधिकारी।
गाइड लाइन के हिसाब से ही लगेगी वैक्सीन
शासन ने वैक्सीनेशन को लेकर जो गाइड लाइन जारी की है, उसके अनुसार ही फ्रंट लाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। कर्मचारियों को एसएसएस भेज दिए हैं और उन्हें फोन भी किया जाएगा। यदि कोई कर्मचारी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आता है, तो उसके बारे में शासन का जो भी नया आदेश आएगा, उसका पालन कराया जाएगा। -डॉ. दिनेश खत्री, सीएमएचओ।
वैक्सीनेशन के लिए हुए यह चार बड़े बदलाव
पहले चरण में हुए वैक्सीनेशन के अनुभव के आधार पर दूसरे चरण के वैक्सीनेशन के काम में शासन ने कुछ सामान्य बदलाव किए हैं, ताकि ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सके। वे इस प्रकार हैं
1. टीका लगवाने वाले 100 कर्मचारियों के अलावा 100 अन्य कर्मचारियों की लिस्ट भेजी जाएगी। ये लोग वेटिंग लिस्ट वाले होंगे। यदि पहली सूची से कम कर्मचारी केंद्र पहुंचे तो दूसरी सूची में शामिल कर्मचारियों को फोन कर बुलाया जाएगा।
2. अभी तक कर्मचारियों को 24 घंटे पहले एसएमएस भेजने की व्यवस्था है। अब एक दिन पहले कर्मचारी को फोन करके वैक्सीन लगवाने की सूचना दी जाएगी।
3. कोविन पोर्टल के सर्वर पर ऑफलाइन प्रोसेस के माध्यम से वैक्सीनेशन जारी रखने की छूट दी गई है। हालांकि, बाद में जानकारी पोर्टल पर दर्ज करनी होगी। ताकि परेशानी न हो।
4. आशा, एएनएम और सहायिका फील्ड में मौजूद रहेगी। ऐसे कर्मचारी जिनसे एक दिन पहले संपर्क हो चुका है फिर भी वो वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच रहा है तो ये उसके घर पहुंचकर संपर्क करंेंगी।