संशय खत्म:नवरात्र में खुलेंगे माता के दरबार; कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन को ही करना होगी
भोपालएक घंटा पहले
हरी झंडी मिलते ही सलकनपुर में उमड़े भक्त
अंतत: संशय खत्म हो गया है। 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्रि में प्रदेश के सभी माता-मंदिर खुले रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को इसकी अनुमति दे दी। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें। मंदिर प्रांगण, हॉल में 200 लोगों से ज्यादा एकत्रित न हों।
हाॅल कितना भी बड़ा हो, उसमें संख्या निर्धारित ही रखी जाए। मंदिर के गर्भ गृह में भी भीड़ इकट्ठी न करें। कोशिश इस बात की हो कि घर में ही मां की पूजा हो जाए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो, यह जिम्मेदारी मंदिर प्रबंध समिति और व्यवस्थापक की होगी। इसके लिए भी गाइडलाइन जल्द जारी हो सकती है।
सलकनपुर, मैहर और देवास की चामुंडा माता मंदिर समितियां मंदिर नहीं खोलना तय कर चुकी थीं
छह दिन पहले सलकनपुर मंदिर प्रबंध समिति ने बैठक कर फैसला लिया था कि काेराेना संक्रमण काे देखते हुए नवरात्र में मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। चूंकि नवरात्र में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। इसलिए यह फैसला आम सहमति से से लिया जा रहा है। इसी तरह, चामुंडा देवी मंदिर देवास में मंदिर खुले रखने का फैसला किया था, लेकिन भंडारे और गरबा जैसे आयाेजन पर पाबंदी रखी थी। मैहर वाली माता मंदिर भी नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने का फैसला मंदिर समिति ले चुकी थी।