अब कैसे चुकेगा कर्ज}अब तक 50 लाख रुपए से अधिक की फसलें हो चुकी हैं खाक
गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही आगजनी की घटनाएं भी बढ़ गई है। तीन दिन के भीतर जिले भर में 150 एकड़ के खेतों में पककर खड़ी फसलों में आग लगी है, जिससे करीब 50 लाख से अधिक राशि की फसलों को नुकसान पहुंचा है। फसलों में यह आग कहीं पर नरवाई की आग या फिर 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा से शार्ट सर्किट के कारण लगी है। मंगलवार को भी तीन खेतों में आग लगने की घटनाएं हुई हैं। रायसेन के पास ताजपुर गांव में किसान चंद्रमोहन कुशवाह की एक एकड़ की कटकर रखी गेहूं की फसल में आग लग गई, जिससे करीब 26 क्विंटल से अधिक गेहूं जलकर राख हो गया। किसान चंद्रमोहन कुशवाह ने बताया कि उसने एक दिन पहले ही फसल कटवा कर रखी थी, जिसकी थ्रेसिंग होना थी, उससे पहले ही किसी ने नरवाई में आग लगा दी, जिससे यह आग कट कर रखी गेहूं की पचासी तक पहुंच गई और उसकी यह 70 हजार रुपए से अधिक की फसल जल कर राख हो गई। अब वह कर्ज कैसे चुकाएगा और परिवार का भरण पोषण कैसे कर पाएगा, यह सोच ही वह परेशान हो रहा है।
आग के इन कारणों से बचें
{ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के तारों पर लोगों ने डग्गे डाल रखे हैं, जिनके घर्षण से निकली चिंगारी गिरने से भी आग लग जाती है।
{ जलती हुई बीड़ी, सिगरेट और माचिस की तीली फेंकने से फसल को आग से पहुंच रहा है नुकसान।
{ गांव के कचरा फेंकने वाले स्थान पर चूल्हों की गर्म राख भी बन रही है आग लगने का कारण।
6 किसानों की करीब 15 लाख की गेहूं फसल जल गई
सलामतपुर| मंगलवार को क्षेत्र के 6 किसानों की खड़ी 20 एकड़ की फसल में आग लग गई, जिससे लगभग 15 लाख रुपए का नुकसान हो गया है। पटवारी महेन्द्र कुशवाह ने बताया कि ढकना चपना पंचायत के बिलोरी गांव में 4 किसानों जिनमें कैलाश पुत्र भगवान सिंह, तुलाराम पुत्र चिमन सिंह, ब्रजेश पुत्र नीलेश और घनश्याम पुत्र रामचरण की साढ़े बारह एकड़ गेहूं की खड़ी फसल बिजली शार्ट सर्किट के कारण जल गई।
सांची नगर परिषद में फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची तब तक किसानों की गेहूं फसल जल चुकी थीं। वहीं दूसरी आगजनी की घटना खोहा पंचायत के बेरखेड़ी चौराहा पर हुई, यहां कालूराम मीणा की 4 एकड़ और भूरा मीणा की 3 एकड़ फसल भी आग से जल कर राख हो गई। इन सभी किसानों का लगभग पंद्रह लाख रुपए का नुकसान हो गया है।
आग बढ़ने लगी तो टीआई ने स्वयं झाड़ियों से बुझाई
ताजपुर गांव में आग लगने की सूचना मिलते ही कोतवाली टीआई जगदीश सिंह सिद्घू पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए थे। नरवाई की आग खड़ी फसलों की तरफ बढ़ रही थी, ऐसी स्थिति में टीआई स्वयं ग्रामीणों के साथ आग को आगे बढ़ने से रोकने में जुट गए। वहीं गांव के लोग ने ट्रैक्टर में कल्टीवेटर लगाकर फसल को हांक दिया। सभी के प्रयासों से समय रहते आग पर काबू कर लिया गया, नहीं तो आसपास के खेतों को यह आग अपनी चपेट में ले सकती थी।
किस गांव में कितनी फसल जली
{बिलोरी - 25 एकड़
{ताजपुर – 2 एकड़
{डुंगरिया - 25 एकड़
{नरखेड़ा - 32 एकड़
{औबेदुल्लागंज- 48 एकड़
{सांईखेड़ा - 2 एकड़
{सुल्तानगंज- 2 एकड़
{जुनिया - 5 एकड़
{खोहा - 6 एकड़
{बाड़ी - 15 एक
{गौहरगंज - 12 एकड़
^जब तक कोई तारों के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगा, तब तक चिंगारी नहीं निकल सकती। तेज हवा चलने और तारों के टकराने से यह स्थिति बन सकती है।
- राकेश नायक, जिला प्रबंधक विद्युत वितरण कंपनी, रायसेन।
4 लाख का बारदाना जला
सिलवानी| तहसील मुख्यालय से करीब 17 किमी बीकलपुर गांव स्थित आदिम जाति सेवा सहकारी समिति भवन के बाहर रखे बारदाने के बंडल में आग लग गई। इस आग से करीब 4 लाख रुपए का बारदाना जल कर राख हो गया। समिति प्रबंधक प्रकाश रघुवंशी ने बताया कि बारदाना के 15 बंडल रखे हुए थे। प्रत्येक बंडल में 500 बारदाना था।