हिंदू नववर्ष का नाम आनंद रहेगा, राजा होगा मंगल
13 अप्रैल को विक्रम संवत् 2078 को हिंदू नववर्ष
जाएगा। शास्त्रों में कुल 60 संवत्सर बताए गए हैं। हिंदू नववर्ष 2078 पर इस बार 90 साल बाद एक अद्भुत संयोग बन रहा है। ये संयोग कष्ट देगा और जीवन में आनंद लेकर भी आएगा। निर्णय सिंधू के अनुसार वर्तमान में विचित्र संयोग के चलते एक संवत पूरी तरह विलुप्त रहेगा। इससे रोग, भय और राक्षस प्रवृत्ति बढ़ाेतरी हाेगी। संवत्सर का मतलब 12 महीने की काल अवधि है। सूर्य सिद्धांत के अनुसार संवत्सर बृहस्पति ग्रह के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। बृहस्पति हर 12 साल में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है। इन 60 संवत्सर यानी की 60 सालों के तीन हिस्से होते हैं। संवत्सर यानी हिंदू वर्ष, प्रत्येक वर्ष का अलग-अलग नाम होता है।
ज्योतिषाचार्य गजेंद्र शर्मा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार 2078 संवत्सर का नाम आनंद होगा। इसके प्रभाव से आपके जीवन में आनंद आएगा। महामारी का प्रकोप कम पड़ जाएगा। इस संवत्सर के स्वामी भग देवता हैं। इनके आगमन से लोगों के बीच खुशियां आती हैं। 13 अप्रैल को मंगलवार का दिन है और इसी दिन से प्रतिपदा भी है तो इस संवत्सर का राजा मंगल होगा। नया विक्रम संवत 2078 वृषभ लग्न और रेवती नक्षत्र में शुरू होगा। इस बार अमावस्या और नव संवत्सर के दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों मीन राशि में ठीक एक ही अंश पर रहेंगे। यानी कि मीन राशि में नया चंद्रमा उदय हो जाएगा। वृषभ राशि में मंगल और राहू दोनों ही मौजूद रहेंगे। राजा, मंत्री और वर्षा इन तीनों का अधिकार मंगल के पास है। 2078 का संवत वर्ष कहता है कि इस साल बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है, बरसात थोड़ी कम होगी। इस बार वित्त का अधिकार भी बृहस्पति के पास है तो पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
13 अप्रैल काे रात 2.32 बजे सूर्य मेष राशि में आएंगे
पं. गजेंद्र शर्मा के अनुसार 13 अप्रैल को शुरू हो रहे नवसंवत्सर के दिन रात को 2 बजकर 32 मिनट पर सूर्य मेष राशि में आ जाएंगे। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही मेष संक्रांति शुरू हो जाएगी। ये साल की सबसे बड़ी संक्रांति मानी जाती है। संवत्सर प्रतिपदा और मेष संक्राति एक ही दिन पड़ रही है। ये संयोग 90 साल के बाद बन रहा है। कुछ विद्वानों का कहना है कि 13 अप्रैल से शुरू होने वाला संवत वर्ष आनंद नाम से ही जाना जाएगा। इस साल हर्ष और उल्लास बढ़ेगा। लेकिन मंगल क्रूर है और युद्ध का देवता भी है तो इस संवत वर्ष में दुर्घटना, विनाश, हिंसा, भूकंप पुलिस और एयरफोर्स बहुत ज्यादा प्रभावशाली हो जाएंगे। इस साल आग की घटनाओं की संभावना बढ़ जाएगी। शल्य चिकित्सा आधुनिक हो जाएगा।