नवनियुक्त जिलाध्यक्ष निशंक जैन।
प्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को तीन जिलों में नए जिलाध्यक्षों को नियुक्ति दी है। विदिशा में पूर्व विधायक व कमलनाथ खेमे के नेता निशंक जैन को जिम्मेदारी दी गई है। बीते विस चुनाव में राहुल गांधी व कमलनाथ निशंक जैन के समर्थन में सभा की थी। लेकिन वे भाजपा की लीला जैन से चुनाव हार गए थे। वे छात्र राजनीति से जुड़े होने के साथ तेज तर्रार व जमीनी नेता माने जाते है।
वर्षों बाद भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने वाले विदिशा विधायक शशांक भार्गव के खेमे से उनकी पसंद से 21 मई 2020 को कमल सिलाकारी जिलाध्यक्ष बनाए गए थे। लेकिन बाद में कमल सिलाकारी के नेतृत्व में शशांक भार्गव विरोधी एक साथ आ गए थे। विधायक होने के चलते कमलनाथ से सीधे जुड़े विधायक शशांक भार्गव कमल सिलाकारी की जगह अपने किसी व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बनवाने की जुगत में थे।
विधायक से मनमुटाव के चलते पूर्व में कमल सिलाकारी ने अपना इस्तीफा दिया था। जिसके विरोध में शशांक भार्गव विरोधी गुट भोपाल जाकर कमलनाथ से मिला था और इस्तीफा स्वीकार न करने की अपील की थी। कमल सिलाकारी का कहना है कि उन्हें हटाने की अभी कोई जानकारी नही है। वह स्वयं उन्हें हटाने के लिए कह चुके है।
दैनिक भास्कर से विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि कांग्रेस ने सही व्यक्ति का चुनाव किया है। निशंक जैन पूर्व विधायक हैं, उनमें संगठनात्मक क्षमता है। कमल सिलाकारी को हटाने की बात पर उन्हाेंने कहा कि उन्हें हटाया नही गया है, उन्होंने इस्तीफा दिया है। वहीं, नवनियुक्त जिलाध्यक्ष 57 वर्षीय निशंक जैन का कहना है कि वह 1981 से ही छात्र राजनीति से ही राजनीति में हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के नेतृत्व में दोबारा सरकार बने और भाजपा के कुशासन से जनता को निजात दिलाना यही उनकी सबसे बड़ी चुनौती है।