किले पर प्रकृति का आनंद लिया
पुलिस का पहरा बढ़ा तो रायसेन में किले और दरगाह शरीफ पहुंचे लोग
महादेव पानी एरिया में लोगों को जाने से रोकने के लिए सेहतगंज के पास बेरियर लगाकर व्यवस्था की गई थी। यहां पर पर पुलिस और वन विभाग का अमला दिन भर मुस्तैद रहा, जिसने किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया। यहां पर कई लोगों ने तो अपने आपको मंत्री, विधायक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का हवाला देकर अंदर जाने का दबाव भी बनाया, लेकिन ड्यूटी पर तैनात अमले ने महादेव पानी क्षेत्र में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर लौटा दिया।
बारिश में महादेव पानी क्षेत्र में प्राकृतिक झरने प्रारंभ हो गए है, जिनका आनंद लेन यहां हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं, लेकिन दो साल से कोरोना संक्रमण से यहां लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा है। इस बार भी कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने महादेव पानी क्षेत्र में धारा 144 लगाकर उसे प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इतना ही नहीं महादेव पानी वाले क्षेत्र के प्रवेश मार्ग सेहतगंज के पास ही पुलिस और वन विभाग ने बेरियर लगा दिया है।
सेहतगंज के पास बैरियर लगाकर महादेव पानी पर जाने से रोकने के लिए की गई थी व्यवस्था
झरनों का आनंद लेन आई भीड़ से दिन भर बनती रही जाम की स्थिति
सुबह से ही महादेव पानी के झरनों का आनंद लेने के उद्देश्य से लोगों का आना प्रारंभ हो गया था। सुबह से शाम तक दो और चार पहिया वाहनों से लोग यहां पर पहुंचे तो पुलिस और वन अमले ने अंदर जाने पर रोकते रहे, जिससेे भोपाल-रायसेन रोड पर सेहतगंज के पास दिन भर जाम की स्थिति बनती रही। जिसे खुलवाने में पुलिस जवानों को दिन भर मशक्कत भी करना पड़ी।
चिड़िया टोल पर भी नहीं दी इंट्री, वन अमले ने लौटाया
जब लोगों को महादेव पानी क्षेत्र से लौटा दिया गया तो कुछ लोग यह सोच कर चिड़िया टोल पहुंच गए कि वहां के छोटे झरनों का आनंद उठा लेंगे, लेकिन यहां पर भी वन अमले ने उन्हें लौटा दिया। इस तरह दोनों ही स्थानों पर इंट्री नहीं मिलने से घूमने के उद्देश्य से परिवार सहित आए लोग निराश दिखाई दिए।
महादेव पानी पर मनाही से दरगाह और रायसेन किले पर बढ़ी भीड़
महादेव पानी के झरने का आनंद लेने के उद्देश्य से परिवार सहित आए लोगों को वहां पर प्रवेश नहीं मिला तो यह भीड़ दरगाह शरीफ और रायसेन किले की ओर शिफ्ट हो गई। यहा अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी। भोपाल निवासी रमेश ठाकुर ने बताया कि महादेव पानी के झरने के लिए वे परिवार सहित आए थे, लेकिन वहां नहीं जाने दिया तो वे दरगाह पर आ गए।
महादेव पानी जाने कई प्रकार के बनाए दबाव, पर नहीं दी परमिशन
सुबह से ही वाहनों का आना प्रारंभ हो गया था, लेकिन उन्हें सेहतगंज वाले बेरियर पर ही रोक कर लौटा दिया गया। कई लोगों ने मंत्री और बड़े अधिकारियों का हवाला देकर अंदर जाने का दबाव भी बनाया, लेकिन ऐसे लोगों को भी धारा 144 लागू होने का कहकर लौटाना पड़ा। दिन भर लोगों से बहस भी होती रही।
-आरकेएस चौधरी, रेंजर वन विभाग, रायसेन।