+91 78698-14684
info@rsagriculture.in
New collection, Now live!

CM का फोकस वैक्सीनेशन पर:मुख्यमंत्री बोले- 30 सितंबर तक 100% लोग पहला डोज लगवाएं; 120 मरीजों में से 65 ने नहीं लगवाया टीका, 18 को लगा सिर्फ पहला डोज

CM का फोकस वैक्सीनेशन पर:मुख्यमंत्री बोले- 30 सितंबर तक 100% लोग पहला डोज लगवाएं; 120 मरीजों में से 65 ने नहीं लगवाया टीका, 18 को लगा सिर्फ पहला डोज | 10-Sep-2021
  अभियान में तेजी लाने की बात कही है। उन्होंने 17 सितंबर को महावैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने की रणनीति बनाने के लिए निर्देश दिए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री कोरोना के केस बढ़ने वाले जिलों और वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार वाले जिलों के कलेक्टरों से बात भी करेंगे। हालांकि अभी इसकी तारीख और समय तय नहीं हुआ ...

 

http://rsagriculture.in/api/media/1631282674.68354_download_(1).jpg

अभियान में तेजी लाने की बात कही है। उन्होंने 17 सितंबर को महावैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने की रणनीति बनाने के लिए निर्देश दिए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री कोरोना के केस बढ़ने वाले जिलों और वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार वाले जिलों के कलेक्टरों से बात भी करेंगे। हालांकि अभी इसकी तारीख और समय तय नहीं हुआ है।

मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में 30 सितंबर तक पहले डोज के 100% लक्ष्य प्राप्ति और अन्य रोगों के नियंत्रण के लिए कार्य योजना पर चर्चा की।

सतना, श्योपुर, भिंड समेत 17 जिलों में 65 से 70 % वैक्सीनेशन

बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश में 5.49 करोड़ वैक्सीनेशन के पात्र में से 4.07 करोड़ को पहला डोज और 93 लाख को दूसरा डोज लगाया जा चुका है। 80 % से अधिक वैक्सीनेशन वाले जिलों में इंदौर, आगर-मालवा, भोपाल, सीहोर, हरदा, शहडोल, रतलाम, उज्जैन, नीमच, शाजापुर, गुना और दतिया शामिल हैं। वहीं, 56 से 64 % वैक्सीनेशन जिलों में सतना, श्योपुर, भिंड, धार, रीवा, मंडला, सीधी और खरगोन हैं। इसके अलावा बैतूल, आलीराजपुर, बड़वानी, सिंगरौली, शिवपुरी, कटनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट और मुरैना भी 65 से 70 % के बीच वैक्सीनेशन हुआ है।

120 में से 65 ने नहीं करवाया वैक्सीनेशन

बताया गया कि प्रदेश में सितंबर माह में कुल 120 केस मिले हैं। इनमें 65 लोगों ने वैक्सीनेशन नहीं करवाया था। वहीं, 18 मरीजों को पहला डोज लगा था। इसके अललावा, 37 मरीजों ने दोनों डोज लगवाए। मुख्यमंत्री ने जबलपुर और इंदौर में आ रहे केसों को भी गंभीरता से लेने और उपायों पर ध्यान देने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कोरोना को लेकर आपात बैठक की। प्रदेश में 9 दिनों में 120 पॉजिटिव मिल चुके हैं। मध्यप्रदेश में अभी 134 एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में बुधवार को 24 घंटे में 9 नए केस मिले। इसमें सबसे ज्यादा जबलपुर में 4, इंदौर में 3, भोपाल और रतलाम में 1-1 केस मिला है। जबलपुर में पिछले 9 दिनों में 44 नए संक्रमित मिले हैं। जबलपुर में अब कोविड संक्रमितों को अस्पताल में ही भर्ती होना होगा। इससे मना करने पर संबंधी के खिलाफ कलेक्टर ने FIR कराने के निर्देश दिए हैं।

संक्रमण रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कई पाबंदियां जारी करने के भी आदेश जारी किए हैं। इसमें जबलपुर में बिना मास्क सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में यात्रा नहीं करने दी जाएगी। वहीं, यदि कोई दुकानदार बिना मास्क पहने व्यक्ति को सामान देता है, तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

इसके अलावा, जिला प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए एसिम्टोमेटिक मरीज को अब होम आईसोलेशन की जगह सीधे अस्पताल में भर्ती करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यदि कोई मरीज अस्पताल में भर्ती होने से मना करता है, तो उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। वहीं, इंदौर-भोपाल में भी 22 केस मिले हैं। सरकार की चिंता का कारण कोरोना संक्रमण की जद में आने वाले छोटे जिले भी हैं। यहां अधिकतर संक्रमित ट्रैवल हिस्ट्री वाले मिल रहे हैं।

MP के 39% संक्रमित जबलपुर में!:8 दिनों में इंदौर-भोपाल में 22 मरीज मिले, जबलपुर में 44 केस; घर में इलाज पर रोक लगाई, अस्पताल में होना जरूरी भर्ती

प्रदेश में अब तक 7 लाख 92 हजार 295 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 7 लाख 81 हजार 645 ठीक हाे चुके हैं। कोरोना के कारण अब तक 10 हजार 516 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में रिकवरी दर 98.65% और पॉजिटिविटी रेट 0.01% है।

डेंगू-चिकनगुनिया नियंत्रण पर भी ध्यान दें
मुख्यमंत्री कहा कि प्रदेश में कुछ जिलों में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले सामने आए हैं। इन्हें निंयत्रित करने के लिए जनता को शिक्षित और जागरूक बनाया जाए। जल स्त्रोतों पर आवश्यक रसायनों जैसे टेमेफोस, बीटीआई के छिड़काव, लार्वा नष्ट करने और फॉगिंग किया जाए। इसके साथ ही अस्पतालों में इन रोगों के उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। बैठक में बताया गया कि सभी जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई हैं।

जून से दी गई थी ढील
अप्रैल-मई के लॉकडाउन के बाद प्रदेश में 1 जून से ढील देना शुरू की गई थी। अब लगभग सबकुछ खुला हुआ है। संक्रमण दर मामूली है, लेकिन एक्टिव केस बढ़ते जा रहे हैं। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के नागपुर शहर की बॉर्डर छिंदवाड़ा से लगती है। ऐसे में प्रदेश में केस फिर न बढ़ जाए, यह सरकार की चिंता का कारण बनता जा रहा है।

इसलिए एक्टिव केस बढ़ रहे
प्रदेश में 9 दिन में 86 ही लोग ठीक हुए हैं, जबकि 120 केस नए मिले हैं। इस कारण एक्टिव केस का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। 9 दिन पहले 79 एक्टिव थे, जो अब 134 पर पहुंच गए हैं। यानी डेढ़ गुना से ज्यादा एक्टिव केस बढ़े हैं।