राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग आज अधिसूचना जारी करेगा। इसके साथ ही नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया विध्रानसभा में शुरू हो जाएगी। यह सीट केंद्रीय मंत्री रहे थावरचंद गेहलोत के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। गहलोत अभी कर्नाटक गर्वनर हैं। इस सीट के लिए 4 अक्टूबर को वोटिंग होगी। विधानसभा में बहुमत को देखते हुए इस सीट पर BJP का जीतना लगभग तय है। फिलहाल बीजेपी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी कैबिनेट में कई नए मंत्री हैं, जो लोकसभा और राज्य सभा, दोनों सदनों के सदस्य नहीं हैं। इसमें से किसी एक को एमपी के कोटे से राज्यसभा सांसद बनाने की संभावना ज्यादा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, रिक्त सीट के उम्मीदवार के संबंध में केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा। दूसरी तरफ, कांग्रेस अपना उम्मीदवार मैदान में उतारेगी या नही? इसको लेकर पार्टी की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
BJP का कब्जा रहेगा बरकरार
जानकारों के मुताबिक विधानसभा में दल की स्थिति के मुताबिक बीजेपी का इस सीट पर कब्जा बरकरार रहेगा, क्योंकि विधानसभा में बीजेपी बहुमत में है। जबकि कांग्रेस के 95 सदस्य हैं। इसके अलावा 4 निर्दलीय, बसपा के दो और सपा की सदस्य संख्या एक है। बता दें, विधानसभा में कुल 230 में से 3 सीट खाली है। पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र की सीटें विधायकों के निधन की वजह से रिक्त हुईं है।
MP में 11 सीटें, एक है रिक्त
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं। एक सीट रिक्त है। शेष बची 10 में से 6 सीटों पर BJP का कब्जा है, जबकि 4 पर कांग्रेस काबिज है। वर्तमान में ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, संपतिया उईके, एमजे अकबर, विवेक तन्खा, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान, राजमणि पटेल, सुमेर सिंह सोलंकी मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं।
बीजेपी में कई दावेदार
बीजेपी में राज्यसभा की एक सीट के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। पार्टी नेताओं का दबाव है कि गहलोत अनुसूचित जाति वर्ग से थे, इसलिए रिक्त हुए आधे कार्यकाल के लिए यह सीट इसी वर्ग से ही भरी जाए। यदि इस बारे में विचार आगे बढ़ा तो भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को राज्यसभा उपचुनाव के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। आर्य पहले मप्र की शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वे हार गए थे। इसके अलावा भी भाजपा के कई बड़े दावेदार राज्यसभा सीट की दौड़ में हैं। उनमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनीस सहित कई अन्य शामिल हैं।