रायसेन के बरेली नगर से 8 किमी दूर मेहरा गांव में एक दर्दनाक हादसे में एक बच्ची की मौत हो गई। जबकि मां और दादी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा आधी रात को कमलेश अहिरवार के मकान का छप्पर गिरने से हुआ। छप्पर गिरने से भीतर सो रहीं दो महिलाएं और 12 साल की ज्योति मलबे में दब गई। जब तक बच्ची को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, काफी देर हो चुकी थी।
थाना प्रभारी अमरेश बोहरे ने बताया कि रात को 2 बजे के करीब मेहरा गांव से सूचना मिली थी कि कमलेश अहिरवार के कच्चे मकान का छप्पर भरभरा कर गिर गया है। घर में सो रही कमलेश की पत्नी, मां और बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। सिविल अस्पताल में जब एंबुलेंस के लिए कॉल किया गया तो वहां से जवाब मिला कि 108 किसी मरीज को लेकर गई है। एंबुलेंस पर अभी कोई ड्राइवर नहीं है। जैसे-तैसे एंबुलेंस के ड्राइवर को बुलाया, पर वहां से जानकारी आई कि एंबुलेंस में डीजल नहीं है। एंबुलेंस में डीजल डलवाने के लिए थाना प्रभारी ने कॉल किया। समय पर एंबुलेंस नहीं आई तो परिजन गाड़ी से उसे सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। ज्योति को बरेली सिविल अस्पताल से भोपाल रैफर किया गया था, जिसकी रास्ते में उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि यदि समय पर बच्ची को ईलाज मिल जाता तो उसकी जान बच जाती।