शहर के भोपाल रोड़ स्थित विपणन संघ के खाद गोदाम पर गुरुवार को भी खाद के लिए किसानों की लाइन लगी हुई थी, लाइन में लगे सभी किसानों के पास टोकन रखे हुए थे। किसानों ने बताया कि उन्हें 3 से 4 दिन पहले टोकन दिए गए थे, लेकिन रोज आने के बाद भी खाद नहीं मिल पाया। किसानों की परेशानी ये है कि पहले तो धान की फसल के कारण उनके खेत देरी से खाली हुए, फिर भी जैसे-तैसे उन्होंने पलेवा कर रबी की बोवनी के लिए खेत तैयार कर लिए तो अब डीएपी के लिए परेशान हो रहे हैं। किसानों के मुताबिक बोवनी में देरी होने से खेतों की मिट्टी कड़क हो जाती है। मिट्टी के कड़क होने से बोई गई उपज का अंकुरण निकल पाना कठिन हो जाता है। पौधे कम उगते हैं ताे उसी अनुपात में उत्पादन घटने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए खाद समय मिलता तो बोवनी भी समय पर कर पाते लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है।
खाद्य विभाग के पीएस ने धान खराब होने के कारण खरीदी से किया इंकार
सलामतपुर | इस बार क्षेत्र में धान की बंपर पैदावार की वजह से खरीदी केंद्रों पर किसानों की लंबी लंबी लाइनें लग रही हैं। किसानों को अपनी धान उपज बेचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। रायसेन जिले के आमखेड़ा खरीदी केंद्र पर गुरुवार को खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव फेज अहमद किदवई निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान अपनी बारी का इंतजार कर रहे बांसखेड़ा गांव के किसान शरीफ बेग पिता सुल्तान बेग की धान हाथ में लेकर खरीदी से इनकार कर दिया, क्योंकि किसान की धान का लाल दाना होना कारण बताया गया है। उन्होंने केंद्र प्रभारी को भी हिदायत देते हुए कहा है कि इस तरह की धान की खरीदी नहीं होना चाहिए। इस दौरान रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे, रायसेन एसडीएम एलके खरे, मार्कफेड के प्रमुख अधिकारी, रायसेन के अधिकारी मौजूद रहे।
6 दिन से बोवनी के रुके हैं
टोकन लेकर राेज आ रहे हैं