रायसेन शहर में गोपालपुर से खरगावली होकर पठारी के पास तक बायपास मार्ग निर्माण की मंजूरी मिले 10 महीने का समय हो गया है, लेकिन इन महीनों में लोक निर्माण विभाग इस बायपास मार्ग के लिए सर्वे तक पूरा नहीं करवा पाया है, जबकि सर्वे के बाद ही विभाग उसकी डीपीआर तैयार करके शासन के पास भेजेगा, तब कहीं जाकर बायपास निर्माण और अधिग्रहण होने वाली प्राइवेट भूमि के लिए बजट मिलेगा। इस सर्वे कार्य में अधिकारियों द्वारा लेट लतीफी की जा रही है, जिससे समय पर बायपास का निर्माण अधर में लटका हुआ है। हालांकि, अधिकारी इसी वित्तीय वर्ष में बायपास के लिए राशि मंजूर करवाने की बात कह रहे हैं। प्रदेश सरकार के पिछले बजट में रायसेन-सागर मुख्य मार्ग टोल नाका के आगे खरगावली के पास से एनएच-146 गोपालपुर तक बायपास मार्ग का सर्वे, फिजिबिलिटी और भू-अर्जन के लिए 637.50 लाख रुपए की स्वीकृति भी प्रदान की गई थी। यह स्वीकृति मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने एक बार क्षेत्र का भ्रमण भी कर लिया है, लेकिन वे अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए।
सर्वे में देरी होने के ये हैं मुख्य कारण
1. राजस्व विभाग नहीं दे पा रहा समय
गोपालपुर से खरगावली होकर पठारी तक बनने वाले बायपास मार्ग में कई लोगों की जमीनें और मकान भी आ रहे हैं। इन जमीनों का मूल्यांकन राजस्व विभाग के अधिकारियों का करना है, लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारी लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों के साथ मार्ग का क्षेत्र देखने तक नहीं पहुंचे हैं। अधिकारियों की माने तो बायपास के निर्माण के लिए 90 फीसदी प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण करना पड़ेगा। इसके लिए मुआवजा का निर्धारण भी नहीं हुआ है।
2. खेतों में खड़ी है फसल, भरा है पानी
अप्रैल से जून तक खेत खाली थे, लेकिन इस समय कोरोना की दूसरी लहर के कारण लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर सर्वे नहीं कर पाए। अब इंजीनियरों के पास समय है तो किसानों ने खेतों में फसल की बोवनी कर दी है। खेतों में पानी भरा होने से सर्वे दल उसमें घुस नहीं पा रहा है।
दो महीने के भीतर पूरा करवा लेंगे सर्वे
शहर में नहीं आएंगे भारी वाहन
रायसेन शहर के बीच से ही विदिशा जाने वाले डंपर, ट्रक, जीप, कार सहित अन्य सभी प्रकार के तीन हजार से अधिक वाहन प्रतिदिन निकलते हैं, जिनसे शहर में हादसों का डर बना रहता है। यदि सागर रोड से गोपालपुर तक यह बायपास मार्ग बन जाता है तो यह वाहन सीधे शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे, जिससे शहर में ट्रैफिक का दबाव कम और हादसों पर भी रोक लगेगी।
बायपास निर्माण में बदलाव
सर्वे करने वाले इंजीनियरों की माने तो पहले बायपास निर्माण गोपालपुर से प्रारंभ करके उसे खरगावली होकर पठारी के पास मिलाना था, लेकिन गोपालपुर के पास कालोनियों में मकान ज्यादा बनने से अब गोपालपुर के स्थान पर जिंद बाबा खनपुरा वाले स्थान के आसपास से इसे प्रारंभ करने की तैयारी चल रही है।