किसानों को धान की तुलाई के नाम पर करोड़ों रुपए घाटा देने की बानगी शहर की कृषि उपज मंडी में देखिए
सबसे बड़ी पड़ताल } सीजन में 10.25 लाख क्विंटल धान की तुलाई में प्रति क्विंटल 800 ग्राम अधिक तौलकर किसानों की धान में किया घपला
अनिल तिवारी। रायसेन किसानों को धान की तुलाई के नाम पर किस तरह से करोड़ों रुपए की चपत लगा दी गई, इसकी बानगी शहर की कृषि उपज मंडी में देखिए। यहां कृषि उपज मंडी समिति और अनाज व्यापारियों की मिली भगत से किसानों की धान तय मात्रा से अधिक तौलकर 2 करोड़ रुपए कीमती धान की चपत लगा दी गई। यह तो सिर्फ एक सीजन की राशि है। कृषि उपज मंडी सचिव की ही मान ली जाए तो 55 किलो की भर्ती में 56 किलो 200 ग्राम धान की तुलाई की यह व्यवस्था वर्ष 2017 से चली आ रही हैं। शहर की कृषि उपज मंडी में धान के इस सीजन में 10 लाख 25 हजार 502 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। भास्कर की सबसे बड़ी पड़ताल में इस खरीदी में प्रति क्विंटल 800 ग्राम धान का घपला कृषि उपज मंडी समिति और अनाज व्यापारियों की मिली भगत से किया जाना सामने आया है। धान तुलाई में 800 ग्राम मात्रा भले ही आपको कम लगती हो पर इस सीजन में 800 ग्राम के हिसाब से 8 हजार 204 क्विंटल धान का घपला हुआ है। प्रति क्विंटल धान की औसत कीमत 2500 रुपए ही मान ली जाए तो यह घोटला 2 करोड़ रुपए पर पहुंचता है। शहर की कृषि मंडी में अनाज व्यापारियों के जो तौलकांटे चल रहे हैं उन पर 200 ग्राम बारदानें के नाम पर और 200 ग्राम धान वेस्टेज होने के नाम पर किसानों से अधिक तौली जा रही है। 400 ग्राम धान का घपला 55 किलो की भर्ती वाली तुलाई पर है। इतने वजन के लिए 56.200 किग्रा की तौल की जाती है। इस तरह से एक क्विंटल धान पर कृषि उपज मंडी समिति और अनाज व्यापारियों की मिली भगत से प्रति क्विंटल 800 ग्राम धान का घपला खुले आम हर तौलकांटे पर किया जा रहा है।
सवाल: नापतौल विभाग ने निरीक्षण क्यों नहीं किया कृषि उपज मंडी में धान की अधिक तुलाई को लेकर नापतौल विभाग पर भी सवाल उठ रहे हैं। एक बार सरकारी प्रक्रिया के तहत तौलकांटों में सील लगाने के बाद नापतौल विभाग के निरीक्षकों ने मुड़ कर भी नहीं देखते । इस संबंध में जब नापतौल निरीक्षक जेके भावसार से सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्होंने धान के इस सीजन में मंडी में एक बार भी निरीक्षण नहीं किया। जबकि मंडी भोपाल रोड पर स्थित है।
मिलीभगत के फार्मूले के तहत धान तुलाई में इस तरह से बड़ा घपला किया रायसेन कृषि उपज मंडी के अनाज व्यापारी हर तौल कांटे पर तय फार्मूले के तहत पूरे सीजन से धान की तुलाई करते आ रहे हैं। एक तो बारदाने के नाम पर 400 ग्राम और इतने ही वजन की धान की तुलाई भी अधिक की जा रही है। इस तरह से प्रति क्विंटल 800 ग्राम धान किसानों से अधिक ली जा रही है। जिसकी उन्हें कीमत नहीं मिलती। एक बारदाने के वजन के नाम पर और दूसरा धान की वेस्टेज के नाम पर किसानों से धान की तुलाई में घपला किया जा रहा है।
कृषि उपज मंडी में कब कितनी धान की तुलाई महीना धान की तुलाई अक्टूबर 15300 क्विं. नवंबर 436400 क्विं. दिसंबर 492600 क्विं. 11 जनवरी तक 49202 क्विं. कुल 1025502 क्विं. घपला 8204 क्विं.