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गेहूं का निर्यात रुकने से व्यापारियों में हड़कंप:2 दिन की हड़ताल पर गए व्यापारी, किसान मंडी से उपज वापस ले जा रहे

www.bhasker.com | 18-May-2022
केंद्र सरकार के गेहूं निर्यात पर रोक लगाने के फैसले के बाद गल्ला व्यापारियों द्वारा मध्य प्रदेश अनाज संघ के आह्वान पर 2 दिन मंडी बंद रख हड़ताल शुरू कर दी गई। वहीं, सरकार के निर्णय का विरोध भी कर रहे हैं। जिसके चलते जिले की सभी मंडिया मंगलवार को बंद रही। दूर-दूर से किसान अपनी उपज लेकर मंडी पहुंचे थे। ...

केंद्र सरकार के गेहूं निर्यात पर रोक लगाने के फैसले के बाद गल्ला व्यापारियों द्वारा मध्य प्रदेश अनाज संघ के आह्वान पर 2 दिन मंडी बंद रख हड़ताल शुरू कर दी गई। वहीं, सरकार के निर्णय का विरोध भी कर रहे हैं। जिसके चलते जिले की सभी मंडिया मंगलवार को बंद रही। दूर-दूर से किसान अपनी उपज लेकर मंडी पहुंचे थे। हड़ताल के बाद किसान परेशान होते नजर आए।

उपज लेकर वापस लौटे किसान

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मंगलवार को कृषि उपज मंडी में बड़ी संख्या में दूर-दूर से किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे थे। मंडी में आकर पता चला कि व्यापारियों द्वारा 2 दिन की हड़ताल है। जिले के सुल्तानपुर से प्रमोद सिंह किसान अपनी लगभग 50 क्विंटल गेहूं की उपज लेकर मंडी पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि मंडी में आकर पता चला कि आज और कल हड़ताल रहेगी। जिसके चलते उन्हें 40 km वापस जाना पड़ा। मंजूसकला से मनोहर सिंह लोधी भी अपनी गेहूं की उपज लेकर पहुंचे। इन्हें भी जानकारी नहीं लग पाई, जिसके चलते उपज बेचे बिना ही वापस लौटना पड़ा।

व्यापारियों में हड़कंप

इस साल अनाज व्यापारियों ने पूरे प्रदेश में समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर गेहूं की खरीदी की है। ताकि गेहूं को विदेश भेजकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सके। लेकिन सरकार ने अचानक गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने आदेश दिए हैं। जिसमें कहा है कि जिस देश के गेहूं की जरूरत है वह भारत सरकार से अनुमति लेकर ही निगरानी में ही गेहूं का निर्यात हो। इससे अपना गेहूं सीधे विदेश भेजने वाले व्यापारियों के हाथ बंध गए हैं। मोटे मुनाफे की उम्मीद में इस बार गेहूं की बंपर खरीदारी की है। लेकिन बाहर नहीं भेज पाने से देश में गेहूं का स्टॉक बढ़ेगा। जिससे दाम कम होंगे। ज्यादा दिन तक स्टॉक नहीं कर पाने की स्थिति में व्यापारियों को गेहूं बेचना पड़ेगा। जिससे दाम कम मिलेंगे, यहीं डर व्यापारियों को सता रहा है।