रायसेन जिले में पिछले साल की तुलना में इस बार समय पर बारिश नहीं होने के कारण धान की फसल कई किसानों के खेतों में खराब हो गई है। जबकि इस साल बारिश का कोटा भी पूरा नहीं हो पाया।
कई किसान ऐसे हैं जिनके खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाता। उनके पास ट्यूबवेल नहीं है। ये किसान बारिश के पानी पर ही निर्भर रहते हैं। जिसके चलते अब कई किसान धान फसल की बखरनी कर रहे हैं। क्योंकि अब रबी का सीजन शुरू होने वाला है। रबी की फसल की तैयारी को देखते हुए किसान खराब हुई धान की फसलों को बखर रहे हैं।
सांची विकासखंड के ग्राम मुरेल कला में किसानों ने धान की फसल को बखर दिया है। यहां के किसान अमर सिंह पटेल, डालचंद अहिरवार ने बताया कि उन्होंने अपनी कई एकड़ में लगी धान फसल को बखर दिया है। क्योंकि बारिश नहीं होने के कारण धान की फसल नहीं आई इसलिए हमें आगामी फसल के चक्कर में धान की फसल की बखरना पड़ी हैं।
उन्होंने बताया कि इससे हमें लाखों का नुकसान हुआ है। हमारे गांव के ऐसे कई किसानों ने खराब हो रही धान फसल को बखर कर आगामी फसल के लिए तैयारी करना शुरू कर दिया है। ट्रैक्टर और रोटावेटर के माध्यम से धान फसल की बखरनी कर खेतों को तैयार कर रहे हैं। इस साल 20 प्रतिशत से ज्यादा किसानों के लिए धान की फसल से लाभ के स्थान पर नुकसान हुआ है। कई किसानों का कहना है कि समय पर बारिश नहीं होने के कारण किसानों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है।