प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पटाखा व्यापारियों के लिए उत्कृष्ट स्कूल के मैदान में जगह दी गई है जहां वे सुरक्षित तरीके से एक दूसरे दुकान से दूरी बनाकर अपनी दुकान लगाकर पटाखों का विक्रय कर सकते हैं वहां पर करीब 3 दर्जन दुकानदार अपनी दुकानें लगाए हुए बैठे हैं, लेकिन ग्राहक नदारद नजर आ रहे है पूरे मैदान में सन्नाटा पसरा हुआ है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दीपावली में दो दिन अभी शेष हैं लेकिन व्यापारी अच्छे व्यापार की उम्मीद अभी भी लगाए हुए हैं । प्रत्येक वर्ष चाइनीस पटाखों की डिमांड अधिक होती थी लेकिन इस बार स्वदेशी पटाखे वह भी बिना देवी देवताओं की मूर्तियों वाले विक्रय किए जा रहे हैं । चाइनीस पटाखे कोई भी व्यापारी नहीं लेकर आया है ताकि परेशानियों से बचा जा सके। पटाखा व्यवसायी गोपाल सराठे, कैलाश कुमार आदि ने बताया कि अभी बिक्री नाम मात्र को हो रही है पैसा उधार लेकर पटाखे ले आए हैं लागत निकल आए तो बड़ी बात है।