नवरात्रि का उत्साह कम:बड़ी प्रतिमा बैठाने की छूट पर कलाकार बोले- देर से लिया फैसला, कम वक्त में बनाना संभव नहीं
6 फीट ऊंची प्रतिमा को प्रशासन ने भले ही छूट दे दी हो लेकिन उन्हें बनाने वाले कलाकारों का कहना है कि निर्णय लेने में देर हो गई है। इतने कम वक्त में प्रतिमाएं बनाई ही नहीं जा सकती। बड़ी प्रतिमाएं बनाने में कम से कम 2 महीने लगते हैं। मौसम ने साथ दिया तो भी उसे एक महीने से कम समय में नहीं बनाया जा सकता। नवरात्रि के बड़े पंड़ालों के लिए माता की प्रतिमाएं बनाने और उन्हें सजाने वाले ओपी व्यास का कहना है कि पांच फीट से ऊंची प्रतिमाएं पीओपी या मिट्टी से नहीं बनाई जा सकती। उन्हें बनाने के लिए आठ चरण से गुजरना पड़ता है। कोई भी कलाकार एक-दो प्रतिमाएं नहीं बनाते। वे थोक में इनका निर्माण करते हैं। ऐसे में उन्हें हर प्रतिमा को बनाने में वक्त लगता है। मूर्तिकार मुकेश मालवीय कहते है प्रतिबंध के चलते बड़ी प्रतिमा बनाई ही नहीं। क्योंकि डिमांड भी नहीं थी।
ऐसे बनाते ऊंची प्रतिमाएं
कलाकार व्यास के अनुसार पहले चरण में बांस का ढांचा बनाया जाता है। इसमें 3 दिन लगते हैं। दूसरे चरण में अगले 3 दिन में घास से ढंका जाता है। तीसरे चरण में मिट्टी का लेप करने में 2 दिन चले जाते हैं। ढांचे को सूखने और सूखी मिट्टी लगाने में 3 दिन और लगते हैं। अगले 3 दिन उसकी फिनिशिंग में चले जाते हैं। 2 दिन में उसका रंगरोगन होता है। पूरी तरह से बनाई प्रतिमा को भी सुखने में 2 दिन और लगते हैं। इस प्रकार एक प्रतिमा भी बनाई जाए तो कम से कम 18 दिन लगेंगे।